अलीगढ़ से गाजियाबाद की दूरी कम होने वाली है क्योंकि बहुत ही जल्द अलीगढ़ से गाजियाबाद क बीच फोरलेन बाईपास का निर्माण शुरू होगा। इस बाईपास के बनने के बाद जाम की समस्या तो खत्म होगी साथ ही साथ यात्री बहुत कम समय में अलीगढ़ से गाजियाबाद की दूरी भी तय कर पाएंगे।
केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार सड़कों का जाल बिछाकर एनसीआर नहीं, केवल एनसीआर ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में यातायात व्यवस्था को अच्छा करने के प्रयास में जुटी है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के द्वारा केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे भारत में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है और साथ ही साथ सड़कों को बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है। अभी के समय में उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन गया है और साथ ही साथ उत्तर प्रदेश में काफी ज्यादा सड़के भी बन गई हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने बुलंदशहर-मेरठ एनएच-235 के फोरलेन बनाने के दौरान बुलंदशहर-मेरठ एनएच-235 व अलीगढ़-गाजियाबाद एनएच-91 को जोडऩे के लिए कनेक्टीविटी फोरलेन बाइपास बनाने का आदेश जारी हुआ था। चुनाव की प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण यह काम रुका हुआ था लेकिन अब चुनाव का पर काम पूरा हो चुका है जिसके बाद इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है और उम्मीद है कि मई के महीने तक इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
इन गांव में होगा बाइपास को जमीन अधिग्रहण-
सदर तहसील के गांव अल्लीपुर गिझौरी,कुडवल बनारस, काजमपुर देवली, कमालपुर,औढ़ेरा उर्फ नवादा,असदुल्लापुर, अड़ौली,चंदेरू, दरियापुर में कनेक्टीविटी बाइपास बनाने को जमीन अधिग्रहण किया जाएगा।