TERI Report (एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीटयूट की रिपोर्ट ) के अनुसार उत्तर प्रदेश के मेरठ को लेकर एक चौंकाने वाला बात सामने आया है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मेरठ की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है और उत्तर प्रदेश के कई ऐसे शहर हैं जहां की हवा जहरीली होती जा रही है जिसके कारण कैंसर का खतरा लगातार बढ़ते जा रहा है.
इस रिपोर्ट के अनुसार डांस के जरिए कई सारे हानिकारक कण शरीर के अंदर जा रहे हैं. 2019 सितंबर से लेकर 2020 अक्टूबर तक हवा में तैरने वाले भारी तत्वों की मात्रा दोगुनी होने के कारण बोन मैरो हार्ट और कैंसर का खतरा लगातार बढ़ते ही जा रहा है.
एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीटयूट की रिपोर्ट के अनुसार मेरठ-एनसीआर की हवा में कैडमियम, लेड और मालिब्डेनम की मात्रा खतरनाक स्तर से कई गुना ज्यादा मिली है.
हार्ट व डीएनए पर भारी रिस्क-
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष डा. योगेंद्र ने कहां की टेरी नामक एक इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट में या जारी किया गया है कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों की हवा में जिंक, लेड, मालिब्डेनम, कैडमियम, मैंगनीज, आर्सेनिक, निकिल, सेलेनियम एवं मरकरी की मात्र इस साल काफी ज्यादा बढ़ गई है जिसके कारण कई बीमारियों खतरा लगातार बढ़ते जा रहा है. सर्दियों के मौसम से पहले यह हवा में विष युक्त कड़ो का संख्या बढ़ गया है.
17 प्रकार के प्रदूषक हैं हवा में-
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु प्रदूषण के लिए 17 प्रकार की इकाइयों को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि मोटर बाइक्स गाड़ी और जनरेटर से निकलने वाली कई तरह के हानिकारक गैस वायु को प्रदूषित कर रहे हैं.
तत्व नाम सालभर में बढ़ी मात्रा-
- लेड 1.8 गुना
- मालिब्डेनम 2.13 गुना
- आर्सेनिक 5.1 गुना
- निकिल 5 गुना
- मरकरी 20 गुना
- कैडमियम 2.5 गुना
- जिंक 1.7 गुना