उत्तर प्रदेश के कई शहरों में पेट्रोल डीजल का खतरा मंडराने लगा है।बागपत के बिचपड़ी गांव का रवि मंगलवार के दिन किसी काम से बाइक से अग्रवाल मंडी टटीरी आया था। रास्ते में बाइक का पेट्रोल खत्म हो गया। वह पेट्रोल पंप पर पहुंचा तो पता चला कि पेट्रोल और डीजल खत्म है।
उसके बाद वह रास्ते में बाइक कोई रिक्शा पर लादकर पेट्रोल पंप तक लाया लेकिन पेट्रोल पंप के पास आने पर उसे पता चला कि पेट्रोल डीजल खत्म हो चुका है। पेट्रोल पंप के मालिक ने कहा कि गाड़ी पेट्रोल डीजल भरकर जल्द आ रही है लेकिन उसके बाद रवि को 2 घंटे तक वहीं इंतजार करना पड़ा जिसके बाद उसे पेट्रोल मिल पाया।
मंगलवार को रवि ही केवल अकेले ऐसे शख्स नहीं जिन्हें इस तरह की परेशानी झेलनी पड़ी। बल्कि जिले के करीब 70 फीसदी पेट्रोल पंपों पर पहुंचे वाहन चालकों को कुछ ऐसी ही परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पंप संचालकों ने कंपनी से आपूर्ति बाधित होने की जानकारी देते हुए पेट्रोल और डीजल खत्म होने की बात बताई। बता दें कि जिले में वर्तमान में 35 पेट्रोल पंप हैं। इन सभी पर एक दिन में करीब 70 हजार लीटर पेट्रोल और एक लाख लीटर डीजल की बिक्री होती है। अधिकतर पेट्रोल पंप पर तेल खत्म होने से वाहन चालक इधर-उधर भटकते रहे।
दिन भर पेट्रोल पंपों पर दिखे ऐसे ही हालात
दुड़भा गांव का डिंपल बागपत आ रहा था। रास्ते में तेल खत्म हो गया। उसे चार किमी पैदल ही बाइक लेकर आना पड़ा। बागपत में दो घंटे तक इंतजार करने के बाद पेट्रोल मिला। बिचपड़ी गांव का आजाद भी टटीरी आया था। उसकी बाइक का पेट्र्रोल खत्म हुआ तो किसी अन्य की बाइक से सहारा लगवाकर बागपत तक पहुंचा। कुछ इस तरह की परेशानी वाहन चालकों को झेलनी पड़ीं।
भारत पेट्रोलियम व हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंप पर आपूर्ति की ज्यादा समस्या हो रही है। इंडियन ऑयल के पेट्रोल पंप पर अभी स्थिति ठीक है। कंपनियों का पेट्रोल और डीजल के दाम को लेकर मामला चल रहा है। इसलिए आपूर्ति रोकी जा रही है। इससे वाहन चालकों की परेशानी बढ़ रही है। – संजीव यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उप्र पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन