अब वह दिन दूर नहीं है जब उत्तर प्रदेश की सड़कें बोलेंगे। उत्तर प्रदेश की लखनऊ में बहुत ही जल्द स्पीकिंग सड़कें बनने वाली है यह सड़कें दुर्घटना के समय चालको को अलर्ट करेंगे।
दुर्घटना के समय यह सड़के अलर्ट कर देंगे की गाड़ी आपने लेन में रहकर चले कि ताकि दुर्घटनाएं ना हो । आपको बता दें कि लखनऊ में स्वीटजरलैंड की तर्ज पर बने सड़के बनेंगे। लखनऊ के 10 से सड़कों को इसके लिए चयनित किया गया है और जल्द ही इन्हें स्पीकिंग सड़कों में कन्वर्ट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। जिसका नाम पायलट प्रोजेक्ट के तौर ‘स्पीकिंग रोड’ रखा गया है।
इन सड़कों को बनाने का लक्ष्य है दुर्घटनाओं को रोकना। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दुर्घटनाएं काफी ज्यादा बढ़ गई है और लगातार होने वाली दुर्घटनाओं के कारण लोगों की परेशानियां बढ़। सरकार के द्वारा इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के लखनऊ में स्पीकिंग सड़के बनाई जा रही है।
लखनऊ में सड़क हादसे कम करना है मकसद
एक जनवरी से नवंबर 2020 तक लखनऊ में 2833 सड़क दुर्घटनाएं हुई।इन दुर्घटनाओं में 1910 दो व चार पहिया वाहन सवारों को जान गंवानी पड़ी
सड़क पर ये मार्किंग वाले बोर्ड लगेंगे
-वाहन के प्रकार के हिसाब से लेन बनेगा
-हर लेन में वाहनों की रफ्तार तय होगी
-सड़क पर दाएं बाएं मुड़ने के साथ स्टॉप लिखा होगा
-कदम-कदम पर रोड सेफ्टी के स्लोगन लिखें होंगे
-रात में वाहनों की रोशनी से सड़कें जगमगाएंगी
यह दस सड़कें बोलती नजर आएगी
-पॉलिटेक्निक चौराहे से लोहियापथ से 1090 तक
-चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से बारा बिरवा मोड़
-समतामूलक चौराहे से पेपर मिल कुकरैल नदी पुल
-गोमतीनगर के विजयीपुर अंडरपास से पिकअप भवन
-हजरतगंज चौराहे से बंदरियाबाग चौराहा
-तेलीबाग चौराहे से चारों दिशाओं में सौ मीटर तक
-हजरतगंज चौराहे से बाल्मिकी चौराहा
-सिकंदरबाग चौराहे से नवल किशोर रोड तक
-हजरतगंज चौराहे से महाराणा प्रताप चौराहा
-बंगलाबाजार चौराहे से बारा बिरवा चौराहा