अब उत्तर प्रदेश की बसों में सफर करना और ज्यादा आसान होगा। प्रदेश के बसों में 22 फरवरी से कैशलेस व्यवस्था लागू हो जाएगी। आपके पास अगर कैश पेमेंट नहीं होगा तो भी आप बसों में आराम से सफर कर पाएंगे और अपना पेटीएम या फिर गूगल पे के माध्यम से पेमेंट कर पाएंगे।

अब बसों में ई टिकटिंग व्यवस्था लागू की जाएगी। नगद किराए के साथ ही पेटीएम, गूगल-पे, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड सहित विभिन्न मोड से यात्री बस कंडक्टर से अपने सफर के लिए टिकट प्राप्त कर सकेंगे।

आपको बता दे कि यात्री और कंडक्टर के बीच अक्सर खुले पैसे को लेकर जाएंगे हर्ट होता है।लेकिन अब जैसे ही कैशलेस व्यवस्था लागू होगी यह झमेला खत्म हो जाएगा।

परिवहन विभाग के द्वारा जल्दी कैशलेस ट्रांजैक्शन की तरफ कदम बढ़ाया जाने वाला है। लखनऊ और गाजियाबाद क्षेत्र की बसों में ट्रायल के लिए कैश लेस ट्रांजैक्शन वाली मशीनें भी मंगा ली गई है। इसे लखनऊ और गाजियाबाद के क्षेत्रों में आवंटित भी कर दिया गया है।

इन मशीनों की बारीकियों को काफी अच्छे से समझा गया है और साथ ही साथ बस कंडक्टर को भी इसकी 12 क्यों को समझाया जाएगा। जैसे यह व्यवस्था लागू हो जाएगी यात्रियों का कंडक्टर उसे छुट्टे पैसे को लेकर लड़ाई नहीं होगी।

मशीनाें में होंगी ये सुविधाएं-

-टिकट का नकद भुगतान।

-पेटीएम, गूगल-पे, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड।

-यूपीआई मोड से टिकट प्राप्त हो सकेंगे।

-मशीनें एनपीसी
से जुड़ेंगी। यह संस्था देश में कैशलेस ट्रांजेक्शन बढ़ाने की दिशा में करती है कार्य।

-स्मार्ट कार्ड, क्यूआर कोड आधारित टिकट भुगतान की व्यवस्था।