उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अब उत्तर प्रदेश में विलुप्त हो रहे नदियों को नया जीवन देने की तरफ कदम बढ़ाया जा रहा है।उत्तर प्रदेश में विलुप्त हो चुके नदियों को पुनर्जीवन देने की दिशा में अब कदम बढ़ाया जाएगा।
कल 6 अप्रैल से इसके लिए एक अभियान शुरू किया जा रहा है और यह अभियान लगभग 3 मई तक चलेगा। इस अभियान के अंतर्गत कई विलुप्त हो चुकी नदियों को वापस से पुनर्जीवन दिया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि नमामि गंगे विभाग के सहयोग से लोक भारती और नेहरू युवा केन्द्र 6 अप्रैल से नदी एवं जल स्रोत संरक्षण अभियान की शुरूआत फतेहपुर से करने जा रहा है।
इतना ही नहीं इस दौरान पीपल, बरगद, पाकड़, गूलर और आम के पेड़ों का नदियों के किनारे लगाने का अभियान भी चलेगा। विलुप्त हो चुके कुओं को पुनर्जीवित करने और उनको रिचार्जिग वेल में बदलने के लिए कुओं की सफाई और उनके अंदर बरसात का पानी वापस जा सके इसकी व्यवस्था की जाएगी। उत्तर प्रदेश में कई ऐसी नदियां है जो कि विलुप्त हो चुकी है। इन नदियों को पुनर्जीवित किया जाएगा और इनके जल को स्वस्थ रखने के लिए भी कई तरह के प्रयत्न किए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के इन नदियों के साथ-साथ गंगा नदी के जल को भी स्वस्थ रखने के लिए सरकार लगातार प्रयत्न कर रही है।