योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में बेकार पड़ी जमीन को उपयोग करने का एक नया प्लान बनाया है.यहां बेकार समझी जाने वाली जमीनें जैसे की डंपिंग ग्राउंड, बंजर जमीनें, टूटे घर , ओवर ब्रिज के नीचे खाली जगह, रेलवे लाइन के किनारे बेकार जमीनों का इस्तेमाल और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पार्किंग, पार्क, वेंडिंग जोन, आंगनबाड़ी केंद्र मे किया जाएगा.
विशेषज्ञों ने आजादी का अमृत महोत्सव पर न्यू अर्बन इंडिया इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित स्मार्ट सिटी में कैसे हो जनता की सुविधा दिया जाए इस बात पर चर्चा किया. अवेलु राहु संयुक्त सीईओ कोहिमा स्मार्ट सिटी, एन राजकुमार सीईओ कोयम्बटूर स्मार्ट सिटी, भावनेश्वरी एमसी और सीईओ नागपुर स्मार्ट सिटी, नीलाभ सक्सेना सीईओ उदयपुर स्मार्ट सिटी, अतहर अमीर खान सीईओ श्रीनगर स्मार्ट सिटी ने अभी तक अपने शहरों में किए गए कामों के बारे में जानकारी दिया.
विशेषज्ञों ने बताया कि वाराणसी, आगरा, अगरतला, आगरा, बंगलुरु, कोयंबटूर, धर्मशाला, गंगटोक, इंफाल, इंदौर, जबलपुर, जम्मू इन सभी शहरों में 75 घंटे में बेहतर काम हुआ है . उन्होंने बताया कि खाली पड़ी जमीनों का कैसे अच्छे से उपयोग किया गया और उन पर पार्किंग और पाक बनाए गए.
आगरा में हुआ काम-
आगरा शहर में भगवान टॉकीज के पास फ्लाईओवर के नीचे की जमीन को चिन्हित किया गया . इस खाली पड़े जमीन को स्मार्ट सिटी के तहत विकसित कर दिया गया है और इसमें पार्किंग, स्ट्रीट वेंडिंग जोन के साथ ही स्मार्ट शौचालय बनाया गया है.
वाराणसी में हुआ काम–
वनारसी में विजय चौक चौराहा को भी स्मार्ट सिटी के तहत विकसित किया गया. इस चौराहे का आधुनिकरण किया गया और लोगों के सुविधाओं को बढ़ाने के लिए इसे आधुनिक तरीके से दोबारा बनाया गया जिससे अब लोगों को आने जाने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होती.
आपको बता दें कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश में खाली पड़े जितने भी जमीन है सब पर पार्किंग, पार्क इत्यादि बनाकर उनका उपयोग किया जाए. इससे खाली पड़ी जमीन का उपयोग होगा और साथ ही साथ शहर की खूबसूरती भी पड़ेगी.