उत्तर प्रदेश के जीवन में बनने वाला है एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है.यह एयरपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है और मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि इस एयरपोर्ट को हर तरह की सुविधाओं से लैस किया जाए. इस एयरपोर्ट पर किसी भी तरह की कमी ना हो इस बात का खास ख्याल रखा जाए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई तरह के नए प्लान भी बनाए है.
मेरठ से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने के दूरी को कम करने का इंतजाम किया जा रहा है.सिग्नल फ्री रूट तैयार करने की योजना बनाई जा रही है.कोशिश है कि इस रूट से वेस्ट यूपी (West UP) के ज्यादातर शहर जेवर एयरपोर्ट से जुड़ जाएं और उन्हें फ्लाइट लेने के लिए आईजीआई, दिल्ली (IGI Delhi) की ओर न जाना पड़े. जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से मेरठ की दूरी कम होने से कारोबारियों को काफी ज्यादा फायदा मिलेगा और इससे सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि कारोबार का विकास काफी तेजी से होने लगेगा.
मेरठ से एक घंटे में ऐसे पहुंच सकेंगे जेवर एयरपोर्ट-
मेरठ से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दूरी लगभग 93 किलोमीटर है. इस दूरी को कम करने के लिए सरकार ने योजना बना लिया है.दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का काम लगभग पूरा कर लिया गया है इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से यह जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर मेरठ से दूरी कम किया जाएगा.
मयूर विहार-महामाया फ्लाईओवर तक बनेगा एलिवेटेड रोड-
दिल्ली-एनसीआर से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के तरफ जाने वाली सभी सड़क को भी विस्तार देने की कोशिश चल रही है. नोएडा और नोएडा से सटे दिल्ली के इलाकों में रहने वाले लोग भी बिना ज्यादा वक्त खराब किए जेवर एयरपोर्ट तक पहुंच जाएं, इसके लिए मयूर विहार और महामाया फ्लाईओवर तक एलिवेटेड रोड की योजना पर भी काम चल रहा है.