संगम नगरी में काफी तेजी से गंगा जमुना का जल स्तर बढ़ रहा है और तेजी से गंगा जमुना का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ने लगा है। आपको बता दें कि गंगा नदी के साथ-साथ अब यमुना नदी भी उछाल पर है।
दूसरे प्रदेशों में हो रही लगातार बारिश की वजह से दोनों नदियों में जलस्तर तेजी में साथ बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में दोनों नदियों में प्रति घंटे 4 सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि बिहार और मध्य प्रदेश में भी तेजी से गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है जिससे बाढ़ की समस्या खड़ी हो गई है। लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए अब जिला प्रशासन अलर्ट पर है और लोगों से तटीय इलाकों को खाली करने की अपील की है।
अधिक बारिश होने के कारण हरिद्वार, नरोरा के साथ ही कानपुर बांधों से पानी छोडऩे का सिलसिला भी जारी है। तीन चरणों में हरिद्वार, नरोरा और कानपुर से पानी गंगा में छोड़ा जा चुका है।
प्रयागराज सिंचाई बाढ़ नियंत्रण के जानकारी के अनुसार रात आठ बजे तक फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 78.09 पहुंच गया। जबकि मंगलवार को यह 77.19 था। छतनाग में जल स्तर 71.50 मीटर नापा गया। नैनी में यमुना नदी का जलस्तर 77.64 मीटर दर्ज हुआ। यहां मंगलवार को 76.85 व सोमवार को 75.86 मीटर दर्ज हुआ था। इन आंकड़ों को देखा जाए तो फाफामऊ में प्रतिघंटा चार सेमी से अधिक की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है।