भारत के कई राज्यों में लगातार बिजली संकट गहराता जा रहा है. एक तरफ जहां कोयले की कमी बढ़ती जा रही है वहीं दूसरी तरफ अब भारत के कई राज्यों में बिजली की कटौती होने लगी है.
उत्तर प्रदेश बिहार राजस्थान पश्चिम बंगाल के साथ-साथ कई ऐसे राज्य हैं जहां के ग्रामीण इलाकों में बिजली की कटौती की जाने लगी है. वहीं शहरी इलाकों में भी बिजली 1 से 2 घंटे तक काटी जाने लगी है.
बीजेपी के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा और कहा कि जल्द से जल्द उत्तर प्रदेश में कोयले की मात्रा उपलब्ध कराई जाए और साथ ही केंद्र राज्य को एक्स्ट्रा बिजली की आपूर्ति दे.
ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने रविवार को बताया कि उत्तर प्रदेश में हो रहे कोयले की कमी के कारण आने वाले समय में बिजली की बहुत ज्यादा कमी हो सकती है. ज्यादा बिजली संकट गहराया तो उत्तर प्रदेश के गांवों और कस्बों में बिजली कटौती भारी मात्रा में की जा सकती. ताजा आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी 6 से 7 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है.उन्होंने बताया कि भारी बारिश होने के कारण मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और कई राज्यों में कोयला खदानों में पानी भर गया है जिसके कारण कोयला की कमी होने लगी है.अगर जल्द ही कोयले की कमी को पूरा नहीं किया जाए तो पूरे देश में बिजली संकट गहरा सकता है.
दुबे ने बताया कि लैंको और रोजा समेत सभी निजी बिजली उत्पादन इकाइयों में भी शून्य से अधिकतम तीन दिन तक का ही कोयला उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया कंपनी का उत्तर प्रदेश पर 15 सौ करोड़ रुपए का बकाया है. जिसके कारण कोल इंडिया ने उत्तर प्रदेश को वरीयता के तीसरे सूची में डाल दिया है.