अब उत्तर प्रदेश के गांव से शहर आने में ग्रामीणों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। बहुत ही जल्द रूरल एरिया से शहरों के लिए बस शुरू होगी। बता दें कि इन बसों का किराया बेहद कम होने वाला है।
योगी सरकार के द्वारा शुरू की जाने वाली बस अखिलेश यादव के लोहिया बस को कड़ी टक्कर देने वाली है। इन बसों को शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश के लोग आराम से लखनऊ मेरठ गाजियाबाद जैसे शहरों में आ सकेंगे।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने निगम की साधारण सेवा की 1500 रूरल मेट्रो बसों की खरीद के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। आपको बता दें कि 6 महीने के अंदर गांव से महानगर में आने वाली रूरल बस सेवाओं की शुरुआत कर दी जाएगी।
कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि उत्तर प्रदेश के ग्रामीण शहर में आने के लिए कई जगह आकर बस बदलते हैं। लेकिन अब उन्हें गांव से शहर आने के लिए डायरेक्ट बस सेवा मिलेगी और सबसे बड़ी बात तो यह होगी कि इन बसों का किराया अन्य वर्षो की तुलना में कम होगा। इन बसों के शुरू होने के बाद गांव और शहरों की कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी और गांव से शहरों की दूरी भी कम हो जाएगी।
इन बसों के संचालन से गांव के लोगों का दिल्ली, झांसी, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर और लखनऊ आवागमन सुगम होगा। लोगों को गांव या कस्बे से चलकर शहर के बस अड्डे तक नहीं आना पड़ेगा। आपको बता दें कि रूरल बस सेवा से यात्रा करने वाले यात्रियों को अन्य बसों की तुलना में कम किराया देना होगा। मेट्रो बस की खरीद पर लगभग 775 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे।
इन बसों में डीजल की खपत कम होगी और इनके रखरखाव के लिए प्रत्येक परिक्षेत्र में डेडिकेटेड डिपो भी खोला जाएगा।
हर दिन हो रहा दो लाख लोगों का आवागमन-
परिवहन निगम के सर्वे के मुताबिक बरेली, पीलीभीत, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, बड़ौत, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, आगरा, अलीगढ़ आदि जिलों के गांवों से हर दिन औसतन दो लाख लोग दिल्ली आते-जाते हैं। इनमें ज्यादातर रोजी-रोटी कमाने और बीमारी का इलाज कराने वाले शामिल हैं।