उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की मौत के मामले ने काफी ज्यादा तूल पकड़ लिया है. मनीष गुप्ता की पत्नी हर हाल में अपने पति को इंसाफ दिलाने की बात ठान ली है. आज मनीष गुप्ता की पत्नी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने भी गई हुई हैं. आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस के बड़े अफसर इस मामले को रफा-दफा करना चाहते थे लेकिन मनीष गुप्ता की पत्नी किसी तरह अपने पति को इंसाफ दिलाने की जिद पकड़ बैठी है.
इस मामले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सख्त रुख अपना लिया है. टीम-9 की बैठक में सीएम योगी ने पुलिस विभाग को लेकर गुरुवार को अहम निर्देश दिए हैं.मुख्य्मंत्री ने एडीजी, कानून व्यवस्था और डीजी इंटेलिजेंस के नेतृत्व में प्रदेश में दो कमेटियां बनाने का आदेश दिया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि यह दो कमेटियां पूरे उत्तर प्रदेश के पुलिस कर्मियों का रिकॉर्ड चेक करेगी.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जो भी पुलिस वाले दोषी पाए जाते हैं उन्हें बर्खास्त कर दिया जाए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यह कमेटियां जल्द से जल्द अपना रिपोर्ट सौंपेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कर दिया है कि जिन पुलिसकर्मियों के ऊपर गाज गिरी है उन्हें किसी भी महत्वपूर्ण जगह पर तैनाती नहीं दी जाए.
ये है पूरा मामला-
बता दें कि गोरखपुर के सिकरीगंज महादेवा बाजार के रहने वाले चंदन सैनी ने अपना बयान दिया है कि वह बिजनेस करता था . उनके तीन दोस्त गोरखपुर घूमने आए थे जिनमें एक दोस्त मनीष गुप्ता भी थे. 27 सिंतबर की रात रामगढ़ताल थाना पुलिस होटल व सरायों की जांच पर निकली थी. थाने से कुछ दूरी स्थित कृष्णा होटल में पुलिस ने चेकिंग किया जिसे मनीष गुप्ता रुके हुए थे.
मनीष गुप्ता ने अपना आधार कार्ड दिखाएं और पुलिस से यह भी कहा कि हम कोई गलत आदमी नहीं है यहां सिर्फ हम लखनऊ से घूमने आए हैं.
पुलिस का कहना है कि मनीष गुप्ता बेंच पर गिर गया जिससे उसके मुंह पर चोट लग गई और अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया. लेकिन जांच में रिपोर्ट जो सामने आई है उससे यह साफ दिख रहा है कि मनीष को गंभीर तरीके से मारा गया है.