जल्द ही गोरखपुर में एक और स्टेशन का स्थापना किया। गोरखपुर कैंट स्टेशन का विकास और तेजी से शुरू हो गया है। आपको बता दें कि से स्टेशन के निर्माण से गोरखपुर में लोगों को कई समस्याओं से छुटकारा मिलेगा कैंट को गोरखपुर जंक्शन का सैटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित करने के लिए और साढ़े दस करोड़ रुपये आवंटित किया है।
आपको बता दें कि गोरखपुर कैंट स्टेशन के 60% कार्य को पूरा कर लिया गया है। इस कार्य के पूरा होने के बाद गोरखपुर जंक्शन का लोड कम हो जाएगा और साथ ही साथ इस शहर का विकास होगा।
आने वाले दिनों में छपरा, वाराणसी और नरकटियागंज रूट की ट्रेनें कैंट से ही टर्मिनेट हो जाएंगी। ट्रेनों की बेवजह लेटलतीफी भी खत्म होगी।
बनेंगे पांच प्लेटफार्म और एक फुट ओवरब्रिज
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर 5 नए भवन बनाए जाएंगे। पांच प्लेटफार्म के अलावा एक और फुट ओवर ब्रिज भी बनेगा। यात्रियों को अति आधुनिक वेटिंग हाल, टिकट बुकिंग हाल, प्रसाधन केंद्र और खानपान की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। गोरखपुर कैंट स्टेशन का निर्माण अगले साल तक पूरा हो जाएगा। कैंट का कार्य पूरा होने के बाद डोमिनगढ और नकहा स्टेशन का भी कायाकल्प शुरू हो जाएगा।
सैटेलाइट पर भी मिलती हैं मुख्य स्टेशन जैसी सुविधाएं
रेलवे बोर्ड महानगरों में मौजूद मुख्य रेलवे स्टेशन के आसपास वाले छोटे स्टेशनों को सैटेलाइट के रूप में विकसित करता है। सैटेलाइट पर मुख्य स्टेशन जैसी सुविधाएं तो मिलती ही हैं, जोन में चलने वाली लोकल ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो जाता है। इससे मुख्य स्टेशन का लोड कम हो जाता है। यात्रियों को सुविधा मिलती है। सैटेलाइनट बनने के बाद नरकटियागंज, छपरा व वाराणसी रूट की इंटरसिटी, डेमू और अन्य लोकल ट्रेनें भी गोरखपुर कैंट से चलने लगेंगी।
गोरखपुर की कई सड़कें खराब है जब तक इन सड़कों का निर्माण नहीं हो जाता है तब तक इन्हें स्टेशन का सही मायने में लोग फायदा नहीं उठा पाएंगे। कई टूटी फूटी सड़कें जब तक इन सड़कों का निर्माण नहीं हो जाता लोगों की परेशानियां कम नहीं होगी।