दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर अब दो पहिया वाहनों के चलाने पर चालान कटेगा क्योंकि सरकार ने फैसला लिया है कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर और दोपहिया और तिपहिया वाहनों को चलाने का आदेश नहीं दिया जाएगा। कुछ दिनों से परिवहन मंत्रालय देख रहा है कि दिल्ली मेरठ पर एक्सप्रेस वे पर हादसा काफी ज्यादा बढ़ गया है और यह सब हादसा का कारण है दोपहिया और तीन पहिया वाहन।
बताया जा रहा है कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए कार्ययोजना भी तैयार कर ली है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह कुछ महीनों से दोपहिया वाहनों के हादसे बढ़ना है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर स्मार्ट इंटेलीजेंट सिस्टम के माध्यम से सारा काम होगा। इस एक्सप्रेस-वे पर अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे ताकि अगर कोई भी दो पहिया तीन पहिया वाहन एक्सप्रेसवे पर चलता है तो तुरंत वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हो जाएगा। जैसे ही वाहन सीसीटीवी कैमरे में कैद होगा उसका नंबर नोट करके उसके घर चालान काट कर भेज दिया जाएगा।
दरअसल, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर दोपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लगाने के लिए अगले सप्ताह से बड़ा अभियान चलाने को लेकर तैयारी की जा रही है।
कई बार दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर छोटे वाहनों के चलाने से रोकने के लिए अभियान चलाया गया लेकिन यह अभियान सफल नहीं हो पाया। इस अभियान के सफल नहीं हो पाने के बाद सरकार ने अब फैसला लिया है कि कोई बड़ा अभियान चलाया जाएगा और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाड़ियों के चलाने पर रोक लगाई जाएगी।
केवल चार और उससे बड़े वाहनों को चलने की अनुमति-
एनएचएआई के परियोजना निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर केवल चार या उससे बड़े वाहनों को चलाने की अनुमति है। यहां हल्के वाहनों के लिए 100 किमी प्रतिघंटा और भारी वाहन 80 किमी प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार तय की गई है। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से गति सीमा की समीक्षा की जाती है। अब अगर कोई भी दो पहिया या तीन पहिया वाहन इस एक्सप्रेस वे पर चलेगी तो उसका ₹5000 तक चालान कटेगा।