जब से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बना तब से उतरी पूर्वांचल यानी गोरखपुर के लोगों की उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई।गोरखपुर से लगभग 90 किलोमीटर लम्बी एक लिंक एक्सप्रेसवे निकल रही है, जो आजमगढ में जाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलेगी। आपको बता दें कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे का काम शुरू हो गया है और उम्मीद है कि साल 2022 के दिसंबर महीने तक यह एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाए।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के बनने से गोरखपुर के साथ-साथ लखनऊ और दिल्ली जाने वाले लोगों की सुविधाएं भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। यह एक्सप्रेस में लोगों को सुविधा के साथ उद्योग में भी बढ़ोतरी करेगा।
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे जैतपुर गांव के पास एनएच 27 से शुरू होगा और आजमगढ़ के सालारपुर गांव के पास जाकर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिल जायेगा. एक्सप्रेसवे की लंबाई 91.35 किमी है. लिंक एक्सप्रेसवे गोरखपुर, अंबेडकरनगर, संतकबीरनगर और आजमगढ़ से होकर गुजरेगा. इसकी चौड़ाई फोरलेन होगी, लेकिन इसकी संरचना सिक्स लेन की होगी. इसके एक तरफ 3.75 मीटर चौड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जा रही है. इस एक्सप्रेस-वे के आसपास रहने वाले ग्रामीणों के लिए भी खास व्यवस्था की जा रही है।
ड्राफ्ट के हिसाब से अधिकतर क्षेत्र में औद्योगिक भूखंड होगा. सड़क के किनारे वाणिज्यिक और गांव की आबादी के आसपास के क्षेत्रों में आवासीय भूखंड रहेगा. राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस एक्सप्रेस-वे के बनने से पर्यटन के साथ-साथ उद्योगों में भी काफी रफ्तार आएगा। चुनाव के बाद अब एक्सप्रेसवे के साथ उत्तर प्रदेश के कई विकास कार्यों को गति मिलेगी।