अक्सर ऐसा देखा जाता है कि पर्यटन स्थल या फिर धार्मिक स्थानों पर पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं। धोखाधड़ी और ठगी के मामले सामने आने से पर्यटन स्थल का नाम खराब होता है।
लगातार बढ़ते धोखाधड़ी और ठगी के केस को देखते हुए यूपी पर्यटन विभाग ने अब बहुत बड़ा फैसला लिया है। ताजमहल का दीदार करने जाने वाले देशी और विदेशी पर्यटकों के साथ कोई भी ठगी और धोखाधड़ी नहीं कर पाएगा। क्योंकि इसके लिए पर्यटन विभाग ने विशेष योजना तैयार किया है।
ताज नगरी में पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इनफार्मेशन सेंटर बनाया जाएगा। इनफार्मेशन सेंटर के माध्यम से पर्यटक आसानी से जानकारियां हासिल कर पाएंगे और वह आराम से अपने गंतव्य स्थान तक पहुंच पाएंगे।
एडीए द्वारा शिल्पग्राम व ताज पश्चिमी गेट पर टूरिस्ट इंफाेर्मेशन सेंटर सेंटर के निर्माण को कवायद शुरू कर दी गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर्यटन विभाग के द्वारा सभी तरह की जानकारियां पर्यटकों को उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि वह ठगी का शिकार नहीं हो पाए।
कोरोना काल के दो वर्षों के बाद ताजमहल के दीदार को एक बार फिर पर्यटक उमड़ने लगे हैं। पर्यटन विभाग का ऐसा मानना है कि शादी सीजन के बाद यहां पर पर्यटकों का भीड़ उमरेगा। लेकिन एक तरफ जहां भीड़ बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ ठगों के सक्रिय होने लगे हैं जिसको देखते हुए पर्यटन विभाग ने विशेष योजना तैयार किया है। उत्तर प्रदेश में पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा और इसके लिए पर्यटन विभाग ने तैयारियां भी पूरी कर दिए। मटको के साथ धोखाधड़ी करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।