उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से मौसम करवट ले सकता है और प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो सकती है। दक्षिण पूर्वी बंगाल की खाड़ी तथा अंडमान निकोबार सागर के ऊपर बनने वाले निबंध दबाव के क्षेत्र में बनने की वजह से 3 से 5 मार्च के बीच कई जिलों में बारिश हो सकती है।

मध्य क्षेत्र के कानपुर सहित औरैया, इटावा में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। इन जिलों में बारिश हो सकती है और साथ ही साथ ओले भी गिरे सकते हैं।

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थित मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने जानकारी दिया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर अभी के समय में उत्तर पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है। 2 मार्च के बाद यह पश्चिमी हिमालय के क्षेत्रों में सक्रिय होगा।

पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिलेगा। मंगलवार को कड़ी धूप निकली थी जिसका बाद तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।रात के समय मौसम में नरमी देखने को मिलेगी और पश्चिमी विक्षोभ का असर भी देखने को कल से मिल सकता है।

एक बार फिर सेेेेेेेेेेेेेेेेे पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का असर सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि बिहार मध्य प्रदेश पंजाब हरियाणा जैसे राज्यों में भी देखने को मिलेगा। इन सभी राज्यों में बारिश एक बार फिर से होगी जिसका सीधा असर फसलों पर देखने को मिल सकता है। बेमौसम बारिश के कारण एक बार फिर से हरी सब्जियों की कीमत में भारी उछाल देखने को मिलेगा।

न्यूनतम अधिकतम

दो मार्च को 10 26
तीन मार्च को 10 27
चार मार्च को 11 28
पांच मार्च को 11 28
छह मार्च को 12 29
सात मार्च को 12 26