बहुत ही जल्दी टोल टैक्स वसूलने के नियम में बदलाव होने वाला है और अब फास्ट्रेक का सिस्टम खत्म कर दिया जाएगा आपको बता दें कि अब यूरोपीय देशों की तरह इंडिया में टोल टैक्स सेटेलाइट के माध्यम से वसूला जाएगा।

सेटेलाइट के माध्यम से टोल टैक्स वसूलने की तैयारियां शुरू कर दी गई है और बहुत ही जल्दी से लागू कर दिया जाएगा।

इसका पायलट प्रोजेक्ट भी चल रहा है। दरअसल, केंद्र सरकार जर्मनी और रूस में सैटेलाइट सिस्टम से वसूली हो रही है। यह सिस्टम वहां काफी सफल भी है। इस सिस्टम के जरिये गाड़ी हाईवे पर जितने किमी चलती है, उसके हिसाब से टोल की राशि लगती है।

यूरोपीय देशों में इस फॉर्मूले को सफल होता देख भारत में भी लागू किए जाने पर विचार विमर्श जारी है। अभी भारत में 60 किमी के अंदर एक से अधिक टोल प्लाजा बने हैं, ऐसे में यहां किसी के हिसाब से टोल वसूली का सिस्टम नहीं है।

सारे टोल प्लाजा हो जाएंगे खत्म-

2020 में सरकार ने दिल्ली-मुंबई कमर्शियल कॉरिडोर में इसका प्रयोग ट्रकों में शुरू किया था। यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो देशभर के सारे टोल प्लाजा खत्म कर दिए जाएंगे और इसी सिस्टम के जरिये वसूली की जाएगी। इसकी कीमत भी कम आएगी और मैनपावर भी नहीं लगेगी। भारत में ट्रकों के ऊपर इसका ट्रायल पूरा कर लिया गया है और अगर यह ट्रायल सफल होता है तो पूरे देश से है टोल टैक्स वसूलने के तरीके में बदलाव कर दिया जाएगा। टोल टैक्स वसूलने की यूरोपीय विधि काफी आसान होती है।