आम जनता अब ट्रेनों से ज्यादा बसों का सफर करने में इंटरेस्ट दिखा रही है क्योंकि लॉकडाउन के समय से ही ट्रेनों के किराए में बढ़ोतरी हो गई है। आम जनता को उम्मीद ताकि कोरोनावायरस के घटते प्रभाव के बाद ट्रेनों के किराए कम होगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।ट्रेनों के किराए में मामूली कमी हो पाई है।

ग्वालियर से इंदौर के लिए थर्ड एसी का किराया अलग-अलग ट्रेनों में 900 से 1040 रुपये तक है, जबकि एसी बसें इंदौर तक सिर्फ 763 रुपये में सफर कर रही हैं। चित्र लखनऊ से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के किराए में भी अब बढ़ोतरी देखने को मिल रही है जो कि कोरोनावायरस के प्रभाव के पहले कम था।

कोविड की वजह से रेलवे ने स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया और किराए में बढ़ोतरी की, ताकि लोग बेहद जरूरी होने पर ही ट्रेन से यात्रा करें! इसके पीछे मकसद यह था कि संक्रमण कम फैले, लेकिन अब टीकाकरण के बाद संक्रमण दर में कमी आने से किराया कम नहीं हुआ है। शहर के अधिकांश लोग भोपाल और इंदौर के लिए ट्रेनों के माध्यम से यात्रा करते हैं।

जहां लोग टैक्सी और ओला बुक करा कर आराम से अपने घर पहुंच जाते हैं वही तेरे ट्रेन के किराए भी अब काफी ज्यादा बढ़ने लगी है। ट्रेनों के किराए में बढ़ोतरी होने के कारण आम जनता की परेशानियां बढ़ने लगी है जिससे लोग अब ट्रेनों के बजाय लोकल गाड़ी हो या फिर बसों का रुख करना ज्यादा पसंद करने लगे हैं।बढ़ते किराए के कारण लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है।