भारत के सभी राज्यों में इस साल गर्मी पिछले 15 सालों का रिकॉर्ड तोड़ रही है। एमपी बिहार राजस्थान के जैसे उत्तर प्रदेश में भी गर्मी के मारे लोगों का बुरा हाल है और 10:00 बजे के बाद से ही लूं जैसी समस्या भी उत्पन्न होने लगी है। बढ़ती गर्मी और पछुआ हवा ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है
इसी बीच उत्तर प्रदेश के लोगों को सिर दर्दी को बढ़ाने वाली है खबर सामने आ रही है। आपको बता दें कि भीषण गर्मी के बीच उत्तर प्रदेश में पावर कट की समस्या बढ़ने वाली है क्योंकि यूपी में कोयले की किल्लत काफी ज्यादा बढ़ गई है।
इस बार मॉनसून से काफी पहले अप्रैल में ही थर्मल पावर प्लांट्स में कोयले का स्टॉक कम होने लगा है। आपको बता दें कि मॉनसून के समय कोयले का संकट और ज्यादा बढ़ जाएगा क्योंकि खनन की प्रक्रिया धीमी हो जाएगी।
एक अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर कहा, ”थर्मल प्लांट्स में हर साल मॉनसून के दौरान जून से सितंबर के बीच कोयले की कमी का सामना करना पड़ता है, लेकिन इस बार कोयले की कमी अप्रैल में ही शुरू हो गई है, क्योंकि कोल प्लांट्स से इन्हें ढोने वाले वैगन्स की कमी के कारण कम आपूर्ति हो रही है। अधिकारी ने कहा कि बारिश और बाढ़ के समय यह स्थिति और भी ज्यादा खराब हो सकती है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन (यूपीपीसीएल) के चेयरमैन एम देवराज ने जानकारी दिया कि थर्मल प्लांट्स मानक के अनुसार कोयले का स्टॉक काफी कम हो गया है और कोयले का स्टॉक कायम रखने में विभाग विफल हो रहा है।
कई ऐसे तो थर्मल प्लांट से जहां पर सिर्फ 7 दिनों का कोयला बचा हुआ है ऐसे में लोगों को भीषण पावर कट का समस्याओं को झेलना पड़ सकता है। इस साल मॉनसून के समय उत्तर प्रदेश में पावर कट की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाएगी क्योंकि अभी यूपी के कई जिलों में कोयले की किल्लत देखने को मिलने लगी है।