उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ने लगा है। बता दें कि वायु प्रदूषण के बढ़ने से कई तरह की बीमारियां फैलने लगी है और कैंसर जैसी बीमारियां भी तेजी पकड़ने लगी है।
पूरी तरह से शुष्क मौसम, वाहनों से निकलते धुएं और सड़कों पर उड़ती धूल से हापुड़ और मेरठ, देश में सर्वाधिक प्रदूषित रहे। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 379 के साथ हापुड़ देश के 154 शहरों में सबसे प्रदूषित रहा। मेरठ में एक्यूआई 350 रही। मेरठ भारत के सबसे प्रदूषित शहरों में दूसरे नंबर पर रहा है।
आपको बता दें कि देश के टॉप 3 प्रदूषित शहरों में तीनों ही मेरठ सहारनपुर मंडल से ही है। आपको बता दें कि मेरठ में जून के शुरुआती 18 दिनों में औसत एक्यूआई 250 रहा, जो खराब श्रेणी में है। इन 11 दिनों में मेरठ में सांस लेने को साफ हवा नसीब नहीं हुई।
देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहर
शहर एक्यूआई
हापुड़ 379
मेरठ 350
मुजफ्फरनगर 336
कैथल 332
पानीपत 324
बिहारशरीफ 320
गाजियाबाद 313
ग्रेटर नोएडा 303
इसलिए घुट रही सांस-
-मौसम पूरी तरह से शुष्क होना।
-हवा की रफ्तार 8-10 किमी प्रतिघंटा।
-वाहनों से निकला धुआं, निर्माण कार्य।
बिन बारिश राहत नहीं
आपको बता दें कि एक तरफ जहां प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ धूप और धूल के कारण लोगों का बुरा हाल है। आसमान में छाए धूल के गुबार से अब केवल बारिश होने पर ही राहत मिलेगी।मानें तो 15 जून तक बारिश होने की कोई संभावना नहीं है।
15-16 जून को दिल्ली-एनसीआर और वेस्ट यूपी में अच्छी बारिश के आसार। इससे धूल साफ हो जाएगी। एक्यूआई में सुधार होगा