रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का सीधा असर भारत में देखने को मिल सकता है। इस युद्ध के असर से भारत में पेट्रोल डीजल के साथ-साथ एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में मार्च के महीने में भारी बढ़ोतरी हो सकती है। रूस और यूक्रेन के बीच होने वाली लड़ाई के कारण अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का दाम ₹100 प्रति बैरल तक पहुंच गया है।
भारत में दीपावली के बाद पेट्रोल डीजल की कीमतों में किसी भी तरह का बढ़ोतरी देखने को नहीं मिला है। लेकिन जैसे ही विधानसभा चुनाव खत्म हो गए एक बार फिर से पेट्रोल डीजल के साथ-साथ रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि रूस यूक्रेन के बीच होने वाले युद्ध का सीधा असर भारत में देखने को मिलेगा।
कच्चे तेल एवं गैस के प्रमुख उत्पादक देश रूस के यूक्रेन विवाद में उलझने से आपूर्ति बाधित होने की आशंका की चलते अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव मंगलवार को 99.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। भारत में सिर्फ पेट्रोल डीजल ही नहीं बल्कि हर चीज की कीमत बढ़ने की उम्मीद है।
कितनी बढ़ सकती है कीमत-
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतों में ₹20 तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। पिछले 3 महीने से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुआ है जिसके कारण पेट्रोलियम कंपनियों को काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है।
गैस की कीमत हो सकती है दोगुना-
पूरे दुनिया में गैस की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है क्योंकि रूस और यूक्रेन के युद्ध का सीधा असर विश्व पर पड़ने वाला है। घरेलू गैस सिलेंडरों की कीमतें दोगुनी हो सकती है। घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी होने से खाद्य पदार्थों की कीमतों में भी भारी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।