मीट मछली के शौकीनों के लिए एक बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा वृंदावन में मांस की बिक्री पर रोक लगाने के बाद अब अन्य जगहों पर भी मांस मछली के बिक्री पर रोक लगाने की तैयारियां की जा रही है।
अब मुख्यमंत्री योगी कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले खुले में मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी ली है। अफसरों को निर्देश दिए जा चुके हैं।
जिन रास्तों से कावड़ यात्रा होगा उन रास्तों पर खुले में मांस मछली ना देखे जाए और इस बात का ख्याल जिला प्रशासन स्थानीय प्रशासन और पुलिस को रखना है।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं कि कांवड़ यात्रा पूरे राज्य में सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से हो।
कोरोनावायरस के कारण काफी लंबे समय से कावड़ यात्रा रोक दिया गया था लेकिन एक बार फिर से 2 साल के बाद कावड़ यात्रा शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने फैसला लिया है कि कांवड़ियों को हर तरह की सुविधाएं दी जाएगी और जिस रास्ते से कावड़ यात्रा होगा वहां खुले में मीट मछली नहीं बेचा जाएगा। खुले में ही नहीं बल्कि भोजनालय हो मैं भी मीट मछली की बिक्री नहीं की जाएगी।
इन मार्गों में नहीं होगी मांस की बिक्री
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक, हरिद्वार (उत्तराखंड) पहुंचने के लिए लाखों श्रद्धालु पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मेरठ, गाजियाबाद और बागपत जिलों से गुजरते हैं। दिल्ली, मध्य प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान से कांवड़िये उत्तराखंड पहुंचने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 58 का रास्ता अपनाते हैं। यह राजमार्ग गौतम बौद्ध नगर, गाजियाबाद, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और मेरठ से होकर गुजरता है और रुड़की (उत्तराखंड) होते हुए हरिद्वार पहुंचता है। इस मार्गों पर मांस की बिक्री पर रोक लगेगी।