होली का त्यौहार आने वाले हैं ऐसे में अधिकतर लोग अपने घर जाते हैं। होली के त्यौहार को लेकर कई ट्रेनों में सीट फूल है और कितने में तो नो रूम तक हो गया है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि रेलवे यात्रियों के सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नियम में बदलाव करते रहता है। पहले कोरोनावायरस के बढ़ते प्रभाव को लेकर रेलवे ने नियम में बदलाव किया था और अब यात्रियों के नींद में खलल ना पड़े इस को लेकर नियम में बदलाव किया गया है।

आप भी अगर होली के त्यौहार भी घर जाने वाले हैं तो यह खबर आपके काम की है। आपको इस नियम के बारे में जान लेना बेहद ही जरूरी है। आज हम आपको बताते हैं कि रेलवे ने क्या नियम बनाया है जिससे लोगों के नींद में खलल ना पड़े।

भारतीय रेलवे ने सोने यानि नींद को लेकर नए नियम लागू किए हैं। इस नये नियम के मुताबिक अब आपकी सीट, कंपार्टमेंट या कोच में कोई भी पैसेंजर तेज आवाज में मोबाइल पर बात नहीं कर सकता और न ही वह ऊंची आवाज में गाने सुन सकता है। आपको बता दें कि कई बार ऐसी शिकायतें सुनने को मिलती है कि लोग तेज आवाज में बात करते हैं या गाना सुनते हैं जिससे बगल वाली सीट के लोगों को परेशानी होती है।

रेलवे के सभी जोन में तत्काल प्रभाव से नियम लागू
रेलवे मंत्रालय ने रेलवे के सभी जोन्स को यह आदेश जारी कर दिया गया है कि इन नियमों को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। आपको बता दें कि अगर आप रात को तेज आवाज में बात करते हैं या गाना सुनते हैं तो आप पर कार्रवाई की जा सकती है।