एक तरफ जहां रूस और यूक्रेन की युद्ध रुकने का नाम नहीं ले रहा है वहीं दूसरी तरफ भारत सरकार के द्वारा यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। आपको बता दें कि अभी तक यूक्रेन में फंसे कई भारतीयों को भारत सरकार ने बाहर निकाल लिया है।
लेकिन अभी भी यूक्रेन में बहुत सारे भारतीय फंसे हुए हैं जिनको लेकर घर वाले के साथ साथ सरकार भी चिंता में डूबी हुई है। इन भारतीयों को निकालने के लिए सरकार के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है।
यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने रविवार को युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों से एक पंजीकरण फॉर्म भरने को कहा, जिसमें उनकी लोकेशन और कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां हों, जो उन्हें निकालने में मदद कर सकें।
दूतावास ने कहा कि भारतीय दूतावास कीव, यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध करता है, जो अभी तक अपने संबंधित पते से प्रस्थान नहीं कर सके हैं और तत्काल वहां से निकलना चाहते हैं, वो तत्काल इस फॉर्म को भरे।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को अपना ईमेल, नाम, पासपोर्ट नंबर, आयु, लिंग, स्थान (यूक्रेन में क्षेत्र), वर्तमान प्रवास का पता, यूक्रेन में संपर्क नंबर, भारत में संपर्क नंबर और उनके साथ रहने वाले भारतीयों की अतिरिक्त संख्या साझा करने की आवश्यकता होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक दिन पहले यानी शनिवार को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान जानकारी दी थी कि सूमी और खारकीव क्षेत्र को छोड़कर बड़ी संख्या में भारतीय, वास्तव में उनमें से लगभग सभी, अब यूक्रेन छोड़ चुके हैं. बाद में पता चला कि खारकीव क्षेत्र से भी प्रत्येक भारतीय नागरिक को निकाल लिया गया।