उत्तर प्रदेश में लगातार एक्सप्रेसवे और सड़के बनाया जा रहा है। योगी सरकार में जब से उत्तर प्रदेश की कमान संभाली है तब से उत्तर प्रदेश में विकास को एक नई उड़ान मिली है। उत्तर प्रदेश को आने वाले 5 सालों में कई नई एक्सप्रेस वे की सौगात मिलने वाली है और साथ ही साथ कई राज्यों से कनेक्टिविटी भी बढ़ने वाली है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विश्व का सबसे लंबा एक्सप्रेस पर बन रहा है जो कि कई राज्यों से कनेक्टिविटी बढ़ाएगा और साथ ही साथ वेस्टर्न यूपी को प्रयागराज से जुड़ेगा। बता दे कि इस एक्सप्रेस-वे को बनने से उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लोगों को तो फायदा होगा ही साथ ही साथ कई राज्यों के साथ कनेक्टिविटी बढ़ेगी और व्यापार को एक नया आयाम मिलेगा।

इसकी लंबाई लगभग 600 किलोमीटर होगी. इसके लिए 6556 हेक्टेयर लैंड की जरूरत होगी। आपको बता दें कि 36000 करोड रुपए की लागत से एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे को बनाने के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है।

कुछ दिन पहले भूमि पूजन करने के बाद इंजीनियरों के द्वारा एक एक पैसे का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में तेजी लाने का आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। क्या एक्सप्रेस में सफलता का एक नया आयाम को लीजिएगा।

सीएम ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ, अमरोहा, बुलंदशहर बदांयू, शाहजहांपुर कन्नौज, उनाव, रायबरेली प्रतापगढ़ से होते हुए प्रयागराज तक पहुंचेगा।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश को बहुत ही जब 1 दिन का टेस्ट मैच में की सौगात मिलने वाली है और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का 90% कार्य पूरा हो गया है। उम्मीद है कि जून के महीने में इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से कराया जाएगा।