प्रतिदिन कम किराए में कानपुर तक रेल सफर करने वाले यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे अब चमचमाती नई बोगियों वाला मेमू का रैक लखनऊ से कानपुर और बाराबंकी सेक्शन पर दौड़ाएगा। रेलवे प्रशासन ने बोर्ड को नए रैक उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भेजा है। नए रैक का उत्पादन होते ही बोर्ड उनको लखनऊ रेल मंडल को उपलब्ध करा देगा।
लखनऊ से कानपुर के बीच पहले डीजल इंजन वाली डीएमयू की शुरुआत की गई थी। इस डीएमयू की विशेषता यह थी कि इसका इंजन एकदम बीच में लगता था। डीएमयू के बाद रेलवे ने मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (मेमू) की शुरुआत की। यह मेमू ट्रेनें पहले लखनऊ से कानपुर के बीच दौड़ायी गई। इसके बाद इसका विस्तार बाराबंकी तक हो गया।
बाराबंकी के बाद सुलतानपुर और शाहजहांपुर के लिए नई मेमू सेवा की शुरुआत की गई। मेमू का रैक बहुत पुराना होने के कारण आए दिन उसकी मोटर में गड़बड़ी आ जाती थी। इनको ठीक करने के लिए गाजियाबाद मेमू कार शेड भेजना पड़ता था। इस कारण एक सप्ताह तक कई सेवाएं प्रभावित रहती थीं। इसे देखते हुए उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल प्रशासन की ओर से नए रैक की डिमांड की गई है।
रेलवे चरणबद्ध तरीके से मेमू ट्रेन का रैक बनाकर उसे लखनऊ को भेजेगा। इससे पहले लखनऊ को मिले एक रैक में शौचालय तक की भी व्यवस्था थी। हालांकि दिल्ली में वर्ष 2010 में आयोजित किए गए कामनवेल्थ गेम में मेमू की नई बोगियों को दिल्ली को ही सौंप दिया गया। नई रैक के मिलने से लखनऊ कानपुर के बीच सफर में कम समय भी लगेगा।
नए रैक अधिक तेजी से गति पकड़ने की क्षमता रखते हैं। उनकी अधिकतम गति भी बढ़ चुकी है। डीआरएम एसके सपरा ने बताया कि अब नए रैक से मेमू को चलाने के लिए प्रस्ताव बनाया गया है। यह प्रस्ताव बोर्ड को भेजा गया है। रैक की उपलब्धता के आधार पर उनको पुराने रैक से बदला जाएगा।