एयरपोर्ट के विस्तार के लिए अभी कुछ दिन और इंतजार करना पड़ सकता है। वायुसेना से 44 एकड़ जमीन की अदला-बदली पर अंतिम निर्णय के लिए दिल्ली में बुलाई गई बैठक स्थगित कर दी गई है। जिला प्रशासन की ओर से इस बैठक में शामिल होने के लिए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर कुलदीप मीणा दिल्ली गए थे। बैठक की नई तिथि बाद में घोषित की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि बैठक शीघ्र होगी। एयरपोर्ट के विस्तार के बाद यहां से उड़ानों की संख्या बढ़ जाएगी।
अभी एक ही टर्मिनल पर होती है लैंडिंग व टेकआफ
गोरखपुर एयरपोर्ट पर वर्तमान में एक ही टर्मिनल है। यहां से रोजाना 15 उड़ानें होती हैं। केवल एक हवाई जहाज की पार्किंग होती है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एयरपोर्ट के विस्तार की योजना बनाई गई है। इसके लिए जमीन के लिए वायुसेना से बात की गई। करीब 44 एकड़ जमीन वायुसेना स्टेशन से ली जाएगी और इसके बदले में दूसरी जमीन दी जाएगी। जमीन की अदला-बदली को लेकर शासन स्तर पर स्वीकृति मिल चुकी है। केंद्र सरकार से भी जल्द ही स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। इसी को लेकर दिल्ली में बैठक बुलाई गई थी। जल्द ही दोबारा बैठक होने की उम्मीद है। इसके बाद जमीन के अदला-बदली को लेकर अंतिम स्वीकृति मिल जाएगी।
विस्तार के बाद बढ़ सकेंगी उड़ानें
गोरखपुर एयरपोर्ट के विस्तार का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। जिला प्रशासन द्वारा वायुसेना स्टेशन को देने के लिए तीन स्थानों पर जमीन चिह्नित की गई है। वायुसेना से जमीन मिलने के बाद एयरपोर्ट का विस्तार आसानी से हो जाएगा। टर्मिनल का विस्तार हो सकेगा और हवाई जहाज खड़ा करने के लिए एप्रेन की संख्या भी 10 हो जाएगी। इसके बाद यहां से उड़ानों की संख्या बढ़ जाएगी और कुछ अन्य शहरों के लिए भी उड़ान शुरू हो सकेगी।
44 एकड़ जमीन को लेकर दिल्ली में बैठक बुलाई गई थी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सदर को बैठक में भेजा गया था लेकिन किसी कारण से बैठक स्थगित हो गई है। जल्द ही दोबारा बैठक होने की उम्मीद है। जमीन मिलने के बाद एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। – कृष्णा करुणेश, जिलाधिकारी।