मेरठ मेट्रो को RRTS यानी रीजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम कॉरिडोर की तकनीक पर विकसित किया जा रहा है। यह पहली बार है जब देश में किसी मेट्रो कॉरिडोर को रैपिड रेल कॉरिडोर की तकनीक पर बनाया जा रहा है। शहरवासियों को शहीद स्मारक, बस अड्डा से लेकर भैंसाली अड्डे तक आसानी से मेट्रो मिलेगी। भैंसाली अड्डे पर मेट्रो के लिए अंडरग्राउंड भूमिगत मेट्रो स्टेशन बनाया जा रहा है।
तीन तरफ से ऐसे होंगे प्रवेश द्वार
भैंसाली स्टेशन पर 3 जगहों से एंट्री, एग्जिट गेट की सुविधा रहेगी। स्टेशन से कुछ दूरी पर कचहरी और शहीद स्मारक है। स्टेशन का एक एंट्री, एग्जिट गेट शहीद स्मारक की तरफ से भैंसाली स्टेशन की तरफ रहेगा। दूसरा गेट कचहरी से भैंसाली अड्डे की ओर है।
वेस्ट यूपी के यात्रियों को मिलेगी सुविधा
भैंसाली बस अड्डे के पास बन रहे मेट्रो अंडरग्राउंड स्टेशन से वेस्ट यूपी के लाखों लोगों को मेट्रो में सफर करने का अवसर मिलेगा। मेरठ के आसपास के जिलों- मुजफ्फरनगर, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, बुलंदशहर से सरकारी रोडवेज बसें भैसाली बस स्टैंड आती हैं। इस तरह, यहां से बस यात्री मेट्रो में सवार होकर अगले स्टेशन बेगमपुल तक जाकर दिल्ली से जुड़ने वाले आरआरटीएस ट्रेन की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। अंडरग्राउंड स्टेशन 250 मीटर लंबे और 32 मीटर चौड़ा है। स्टेशन की रूफ स्लैब (ऊपरी मंजिल), बेस स्लैब और कॉनकोर्स लेवल का काम पूरा होने वाला है। मेरठ में बन रहे तीनों अंडरग्राउंड स्टेशन में भैंसाली स्टेशन ही ऐसा है जिससे तीनों स्टेशन कनेक्ट हैं। इस स्टेशन के दक्षिण में मेरठ सेंट्रल स्टेशन, उत्तर दिशा में बेगमपुल स्टेशन है।
शहर में 21 किमी का मेट्रो रन
मेरठ में 21 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क बनाया जा रहा है। जो 13 स्टेशन की मदद से यात्रियों को मेरठ मेट्रो की सेवाएं प्रदान करेगा। ये 13 स्टेशन हैं – मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो। इसमें मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल 3 स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे, जबकि अन्य सभी स्टेशन एलिवेटेड होंगे।
2 किमी सुरंग से गुजरेगी मेट्रो
भैंसाली से मेरठ सेंट्रल के बीच सुदर्शन – टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) से इस सुरंग को बनाया जा रहा है। भैंसाली से मेरठ सेंट्रल के बीच की यह सुरंग मेरठ में बनाई जाने वाली सबसे लंबी सुरंग है जिसकी लंबाई लगभग 2 किमी होगी।