उत्तर प्रदेश में मानसून सक्रिय होने के कारण पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इलाकों में कहीं भारी तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। बारिश होने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में अभी कहीं सामान्य बारिश के सापेक्ष 55% कम बारिश हुई है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में कम बारिश होने के कारण किसानों की समस्याएं बढ़ गई है और किसानों ने फसल लगाने में इस साल देरी भी की है। यूपी के कई खेतों में दरारें पड़ चुकी है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 3 दिनों तक उत्तर प्रदेश में पूर्वी से लेकर पश्चिमी भाग तक भारी बारिश होने का अलर्ट जारी किया गया है।
चक्रवाती परिसंचरण राजस्थान व उसके आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है. इसके कारण उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में 28 से लेकर 30 जुलाई तक कहीं हल्की तो कहीं भारी बारिश होने की संभावना है
मौसम विज्ञान विभाग ने प्रयागराज, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच ,लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर , बागपत, मेरठ , गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुध नगर, बुलंदशहर,अलीगढ़, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा , मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, और उसके आसपास के इलाकों में बारिश होने की चेतावनी जारी की है.
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर व उसके आसपास के इलाकों में 28 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
यूपी में बारिश कम होने के कारण लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है और साथ ही साथ गर्मी और तपिश से भी लोगों का बुरा हाल हो गया है।