हमारे देश भारत में लगातार प्रदूषण की समस्या बढ़ती जा रही है जिसके कारण अब सरकार डीजल इंजन वाली गाड़ियों को हटाने का प्रयत्न में लग गई है। भारत के कई राज्य जैसे बिहार पश्चिम बंगाल और कई जगहों पर सीएनजी बसें चलाई जा रही है लेकिन अभी भी कई ऐसे राज्य हैं जहां सीएनजी बसों से सफर शुरू नहीं हुआ है।
आपको बता दें कि भारत का सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य उत्तर प्रदेश में भी प्रदूषण लगातार बढ़ते जा रहा है जिसको देखते हुए सरकार अब यहां सीएनजी बसें चलाने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि जून के महीने के दूसरे सप्ताह तक उत्तर प्रदेश के कई रूटों पर सीएनजी बसें चलाई जाएंगी।
उत्तर प्रदेश के कई शहरों में लगातार बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए अब सरकार डीजल इंजन हटाने का फैसला ली है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के पड़ोसी राज्य बिहार में पूरी तरह से डीजल इंजन खत्म करके सीएनजी और इलेक्ट्रिक इंजन चलाने का फैसला किया गया है।
यूपी सरकार के द्वारा भी अब प्रदूषण को देखते हुए डीजल इंजन हटाने का फैसला किया गया है। यूपी के नोएडा गाजियाबाद लखनऊ जैसे शहरों में प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण कई तरह की बड़ी बीमारियां की दस्तक देने लगी है जो कि सरकार की चिंता बढ़ा दी है।
सरकार ने फैसला किया है कि अब उत्तर प्रदेश के कई शहरों में सीएनजी बसें चलाई जाएंगी जिससे कि लोगों को परेशानी ना हो। आपको बता दें कि बहुत ही जल्द राजधानी लखनऊ में सीएनजी बसों की शुरुआत की जाएगी। राजधानी लखनऊ के साथी गाजियाबाद और साथ-साथ गोरखपुर में भी सीएनजी बसों की शुरुआत की जा सकती है।
राजधानी लखनऊ में 40 इलेक्ट्रिक बसे मई के पहले सप्ताह में चलाना शुरू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही साथ गोरखपुर और कई जगहों पर इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू होने से यात्रियों का सफर तो आसान होगा ही साथ ही साथ यात्रियों को सही समय पर कहीं जाने में परेशानी नहीं होगी।