उत्तर प्रदेश में विधानसभा और विधान परिषद का चुनाव खत्म हो चुका है और अब मुख्यमंत्री योगी का लक्ष्य है कि शहरों के साथ-साथ गांव में भी विकास की रफ्तार को तेज कर दिया जाए। उत्तर प्रदेश में अब आचार संहिता खत्म हो चुकी है।
नगरपालिका, जिला पंचायत, लोकनिर्माण विभाग, पंचायत समेत तमाम विभागों कार्य रूके हुए थे। अब इनके फिर से शुरू होने की उम्मीद है। कारण कि विकास कार्यो को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए प्रशासन ने दिशानिर्देश जारी कर दिया है।
उत्तर प्रदेश में आचार संहिता के बारे में उसी का चुनाव था जिसके कारण कई विकास के कार्य रुक गए थे लेकिन अब मुख्यमंत्री योगी ने आदेश दिया है कि जितने भी मामले लंबित हैं उन पर तुरंत कार्य किया जाए। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में सड़क बनने से लेकर कई तरह के मल्टी लेवल पार्किंग और कई तरह के कार्य हैं जिन्हें करना बाकी है। मुख्यमंत्री ने इन सभी कामों को जल्दी से जल्दी खत्म करने का आदेश दिया है।
चुनाव 2022 के लिए फरवरी से ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके बाद एमएलसी चुनाव ने भी विकास कार्याे की रफ्तार रोके रखा लेकिन अब इन्हें पंख लग जाएंगे। नगर पालिका चेयरमैन शीला श्रीवास्तव के प्रतिनिधि प्रणीत श्रीवास्तव कहते हैं कि फरवरी महीने से ही पुराने बजट पर किसी तरह से कामकाज चल रहा था। पिछले वर्ष तक हम लोगों को अब तक पंद्रहवें वित्त की दो किस्तें मिल जाया करती थीं। अब पंद्रह तारीख तक आने की उम्मीद है। पिछले वित्तीय वर्ष में 2.74 करोड की चार किस्तें आई थीं। इस वित्तीय वर्ष में दो किस्तें मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
इसमें निर्माण के साथ ही जलकल का काम पूरा किया जाएगा। गाइड लाइन के हिसाब से काम पूरा किया जाएगा। पाइपलाइन का विस्तार किया जाएगा। जिन मुहल्लों में पेयजल की समस्या आ रही है वहां मिनी नलकूप लगाए जाएंगे। सफाई के लिए काम किया जाएगा।
खासकर शहर में दो कूड़ाघर आईटीआई व हथिया पुल पर छोटा डंपिंग ग्राउंड बनाया जाएगा। यहां शहर का कूड़ा इकट्ठा किया जाएगा इसके बाद बड़ी गाडियों के माध्यम से इसे बड़े डंपिंग ग्राउंड में ले जाया जाएगा। इससे चौराहे चौराहे पर कूड़ा नहीं दिखाई देगा।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में शहरों के साथ-साथ गांव में भी कुछ कूड़ा कचरा हटाने के लिए भी तुरंत व्यवस्था की जाएगी और साथ ही साथ हरा और गीला कचरा अलग अलग रखा जाए इसके लिए भी कई तरह की व्यवस्थाएं की जाएगी।