भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने लखनऊ से कानपुर के बीच बनने वाले नेशनल एक्सप्रेस (छह) को लेकर काम शुरू कर दिया है। इसका निर्माण कार्य आगामी अक्टबूर में शुरू हो जाएगा। करीब दो माह पहले अवैध अतिक्रमणों को हटाने के लिए एनएचएआइ ने कार्य योजना बनाई है। गुरुवार को अभियान चलाने के बाद अब यह अभियान करीब एक सप्ताह तक चलाने की योजना है। प्राधिकरण के परियोजना निदेशक एनएन गिरि ने बताया कि हाईवे के बीच से नपाई हुई है। सड़क के दाएं और बाएं 18-18 मीटर तक जमीन सरकारी है।
इस जद में आने वाले सभी निर्माण अवैध है। नोटिस देने के बाद स्थानीय लोगों के परिसरों में महीनाें पहले निशान लगाने का काम भी कर दिया गया था और आग्रह किया गया था, उसे स्वयं तोड़ लें, कुछ लोगों ने सहयोग भी किया, लेकिन सैकड़ों लोग इंतजार कर रहे थे कि कार्रवाई हो या फिर प्रोजेक्ट टल जाए। इसी क्रम में प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू की है। गिरि ने बताया कि लखनऊ से कानपुर के बीच करीब 63 किमी का एक्सप्रेस वे का काम अक्टूबर माह से शुरू करने का प्रयास है।
कार्यदायी संस्था सितंबर माह से अपनी मशीने और स्टाफ लाना शुरू कर देगा। कानपुर और लखनऊ दोनों ही ओर से एक्सप्रेस वे का काम शुरू किया जाएगा। करीब 4400 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को समय से पूरा करने के लिए तीनों पालियों में काम शुरू किया जाएगा। तभी समय से प्रोजेक्ट पूरा हो सकेगा। उन्होंने बताया कि 18 किमी. रूट एलीवेटेड है और बाकी ग्रीन फिल्ड यानी जमीन किसानों से लेकर बनाया जाएगा। इस रूट के बन जाने से जाम की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण एक्सप्रेस वे बनने के बाद भी नहीं होने दिया जाएगा।
क्या होंगी खूबियां छह लेन का होगा एक्सप्रेस वे भविष्य में ट्रैफिक बढ़ने पर आठ लेन का हो सकेगा एक टोल प्लाजा होगा 63 किमी. रूट पर एक दर्जन से अधिक सब वे बनेंगे और पुलिया करीब 4400 करोड़ का है प्रोजेक्ट एक टोल प्लाजा होगा
अतिक्रमण को लेकर अभियान एक सप्ताह तक चलेगा। इस दौरान सभी अवैध निर्माण हटाने का लक्ष्य रखा गया है। अभियान से पहले नोटिस सर्व हो चुकी है और लोगों को घर घर जाकर बताया जा चुका है। इसके बाद भी कई लोग सहयोग नहीं कर रहे हैँ। पुलिस प्रशासन की मदद से अतिक्रमण हटवाया जा रहा है। -एनएन गिरि, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ
Note : तस्वीर काल्पनिक है।