उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार के द्वारा भी लगातार सड़कों के द्वारा अन्य राज्य से कनेक्टिविटी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य भारत में बन चुका है। आने वाले 5 साल का उत्तर प्रदेश में कई नए एक्सप्रेसवे और हाईवे का सौगात मिलने वाला है।
जल्द ही अब उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नगरी कानपुर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सड़क मार्ग के द्वारा जुड़ने वाली है। औद्योगिक नगरी कानपुर से लेकर भोपाल तक फोरलेन सड़क बनाई जाएगी।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश राज्य का अलग-अलग राज्यों से कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है और सड़कों का जाल उत्तर प्रदेश में बिछाया जा रहा है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने डीपीआर तैयार कर लिया है। हक बता दें कि इस फोरलेन सड़क के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और बहुत ही जल्द जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के बाद इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह फोरलेन सड़क बुंदेलखंड जिले से भी होकर गुजरेगी।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू –
आपको बता दें कि कानपुर से भोपाल तक जाने वाली सड़क लगभग 526 किलोमीटर लंबी होगी। यह सड़क लगभग 3 सालों में बनकर तैयार हो जाएगी।
बुंदेलखंड के झांसी, महोबा, हमीरपुर, छतरपुर, सागर इत्यादि रूटों से भोपाल और कानपुर महानगर सड़क मार्ग से जुड़ा हैं। आपको बता दें कि इन दोनों राज्यों के शहरों को जोड़ने के लिए इस फोरलेन सड़क को इस तरह से बनाया जाएगा ताकि आने वाले समय में यह सड़क सिक्स लेन आराम से किया जा सके।
यह हाईवे बुंदेलखंड के कबरई (महोबा) और छतरपुर (एमपी) से होकर गुजरेगा। एनएचएआई (छतरपुर) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर पुरुषोत्तम के हवाले से बताया गया है। आपको बता दें कि सड़क के बन जाने से उत्तर प्रदेश का मध्य प्रदेश से डायरेक्ट कनेक्टिविटी हो जाएगा उसके बाद व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी।