उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जब लाल बत्ती के ऊपर सीसीटीवी कैमरा लगा होता है तब वह लोग ट्रैफिक नियमों को नहीं छोड़ते हैं लेकिन जहां पर लाल बत्ती के ऊपर सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा होता है वहां पर ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा दी जाती है।
लेकिन अब उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले लोगों की खैर नहीं है। कई बार ऐसा देखा जाता है कि लोगों को पास हेलमेट हो ना हो या फिर वह ट्रैफिक नियम का पालन कर रहे हो या ना कर रहे हैं। लेकिन अब हर हाल में ट्रैफिक नियमों का पालन करना ही होगा।
हुसैनगंज चौराहा जो कि विधान भवन से कुछ ही दूर पर बना हुआ है, इस चौराहे से गुजरने वालों को ट्रैफिक रूल्स से कोई लेना-देना नहीं है. दरअसल यहां न तो कोई ट्रैफिक पुलिस का अफसर है और न ही सीसीटीवी लगा हुआ है.
राजाजीपुरम में ट्रैफिक सिग्नल बस नाम का है.
यूं तो स्मार्ट सिटी के तहत राजाजीपुरम के प्रमुख चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगा हुआ है, लेकिन यहां पर भी लोग लाल बत्ती को देखकर न तो गाड़ी रोकते हैं और न ही उनके अंदर किसी तरह का कोई डर है. जान को जोखिम में डालते हुए लोग आगे निकल जाते हैं.
जहां कैमरे लगे वहां भी कुछ लोग तोड़ देते हैं नियम
लखनऊ के जिन चौराहों पर कैमरे लगे हुए हैं,वहां पर भी कुछ लोग बिना किसी डर के यातायात नियमों का उल्लंघन कर देते हैं. हालांकि कंट्रोल रूम से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वार्निंग दी जाती है, लेकिन इसका भी कोई खास फर्क लोगों पर नहीं पड़ता है.
लोगों के लापरवाही ओके ध्यान में रखते हुए अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सीसीटीवी कैमरा की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। सीसीटीवी के नियमों की धज्जियां उड़ा इसके लिए कई तरह से सुरक्षा की व्यवस्था किए जाएंगे और जो लोग लापरवाही करेंगे उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा।