भारत में आईएएस अफसर बनने का सपना हर विद्यार्थियों का होता है लेकिन इनमें से कुछ ऐसे चुनिंदा विद्यार्थी होते हैं जो आईएएस अफसर जैसे बड़े पोस्ट को पाते हैं। आईएएस की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। हर साल लाखों की संख्या में विद्यार्थी इस परीक्षा को देते हैं लेकिन इसमें सफल महज कुछ विद्यार्थी हो पाते हैं।
कुछ ऐसे अभ्यर्थी होते हैं जो लगातार मिलने वाले असफलताओं से नहीं हारते हैं और अंततः IAS जैसे बड़े परीक्षा को पास कर दिखाते हैं। आज हम आपको नूपुर कोयल की कहानी बताने वाले हैं जिन्होंने यूपीएससी में कई बार असफलताओं का सामना किया लेकिन कभी हार नहीं माना।उन्होंने ठान लिया था कि मुझे आईएएस अफसर हर हाल में बनना है और उन्होंने अपनी इस जिद को अपनी कामयाबी में बदल दिया।
ऐसा रहा शुरुआती सफर-
नूपुर गोयल दिल्ली की रहने वाली है। वह जिस इलाके में रहती थी वहां के लोगों का मानना था कि लड़कियों को पढ़ाने का कोई फायदा नहीं है। लेकिन नूपुर के माता-पिता ने हमेशा उनका साथ दिया और आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट किया।
ऐसा रहा उनका सफर-
साल 2014 में उन्होंने पहले ही प्रयास में प्रीलिम्स और मेंस एग्जाम क्लियर कर लिया. लेकिन इंटरव्यू में उन्हें सफलता नहीं मिली। दूसरे प्रयास में वह प्री परीक्षा भी नहीं पास कर पाए। लेकिन वह लगातार कोशिश करती रही। कई बार हारने के बाद भी उन्होंने हार नहीं माना और 2014 में अंततः वह आईएएस अफसर बन गई।
नूपुर की कहानी हमें या शिक्षा देती है किला कठिनाई आने पर भी हार नहीं मानना चाहिए और लगातार कोशिश करते रहना चाहिए। लगातार कोशिश करने से एक ना एक दिन आपको सफलता जरूर मिलेगी।