हमारे देश में हर साल लाखों की संख्या में अभ्यर्थी यूपीएससी की परीक्षा देते हैं लेकिन इस परीक्षा को पास करना इतना आसान नहीं होता है. इसे देश का सबसे टॉप परीक्षा माना जाता है और इस परीक्षा को पास करने के लिए आपको मेहनत लगन सब चीज की जरूरत होती है.
यूपीएससी की परीक्षा पास करने के लिए जब तक आप त्याग और संघर्ष नहीं करते हैं आपको इसमें सफलता नहीं मिल सकती है. आज हम आपको एक ऐसे युवक की कहानी बताने वाले हैं जो रिक्शा चालक का बेटा था और लोगों का कहना था कि यह भी पिता की तरह रिक्शा ही चलाएगा.
लेकिन इस लड़के ने अपने मेहनत के बदौलत सबका मुंह बंद करा दिया और यह लड़का पहले प्रयास में यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर गया. आज हम बात कर रहे हैं आईएएस ऑफिसर गोविंद जयसवाल की जो मात्र 24 साल की उम्र में 2006 में पहले अटेंपट में ही 38 व रैंक हासिल कर आईएएस ऑफिसर बन गए.
गोविंद जयसवाल बनारस की गलियों में रहते थे आपको बता दें कि उनके माता-पिता के अलावा उनकी दो बहने भी है और घर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी इसलिए खर्च निकालने के लिए आठवीं में ही अपने पढ़ाई के साथ उन्होंने बच्चों को ट्यूशन देना शुरू कर दिया।
लोगों का कहना था कि वह भी पिता की तरह रिक्शा चलाएगा क्योंकि कई बार वह भी अपने पिता के रिक्शा को चलाते थे लेकिन वह हार नहीं माने और मेहनत करने लगे। आपको बता दें कि उनके पिता के पास एक जमीन थी जिसकी कीमत 30003 होने बेटा की तैयारी के लिए उसे भी भेज दिया और बेटा ने यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा को पास कर पिता का नाम रोशन किया।
The post लोग कहते थे तुम भी पिता की तरह चलाओगे रिक्शा,बेटे ने पहले प्रयास में पास किया UPSC की परीक्षा,जानिए गोविंद जयसवाल की कहानी first appeared on Bihar News Now.