जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली लगने के बाद मौत हो गई है और उनकी मौत होने से उत्तर प्रदेश के वाराणसी के लोग भी काफी सदमे में है। आपको बता दें कि शिंजो आबे उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक खास रिश्ता रखते थे। पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे जब भारत आए थे और बढ़ाती में आकर गंगा आरती देखे थे तब वहां पर वह गंगा आरती के फैन गए थे।
बड़ी संख्या में काशीवासी मर्माहत हैं। लोग उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। सारनाथ स्थित जापानी मंदिर पर मौन सलामी दी गई। आज शाम गंगा आरती में भी शिंजो आबे को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
पीएम मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की दोस्ती जगजाहिर है। प्रधानमंत्री रहते हुए जब शिंजो आबे भारत आए थे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें गंगा आरती दिखाने ले गए थे।
दोनों प्रधानमंत्रियों ने दशाश्वमेध घाट पर गंगाजल हाथ में लेकर विश्व की मंगलकामना का संकल्प लिया था।
बनारस में अभूतपूर्व स्वागत से गदगद थे जापान के पूर्व पीएम -इस दौरान शिंजो आबे का भारतीय संस्कृति और सभ्यता के प्रति स्नेह सभी ने देखा था। वाराणसी के गंगा घाटी में होने वाली आरती देखकर शिंजो आबे गदगद हो गए थे और उन्होंने वाराणसी में एक विशेष समय बिताया था।