पांडव की नगरी हस्तिनापुर हमेशा से एक राज जैसा बना हुआ है। कई बार ऐसा देखा गया है कि यहां खुदाई होती है और आश्चर्यजनक चीजें मिलती है। लेकिन आज तक यह बात का पता नहीं लगाया जा सका है कि क्या वास्तव में यहां पांडव की नगरी थी कि नहीं।

लेकिन वैज्ञानिकों ने हमेशा से यह कोशिश किया है कि यहां की खुदाई हो और यहां के बारे में सच्चाई का पता लगाया जा सके। हमेशा पांडवों की नगरी हस्तिनापुर की खुदाई होती है और वहां से कुछ अचंभित चीजें भी निकलती है। आपको बता दें कि इसके पहले भी कई बार यहां पर खुदाई की जा चुकी है। अक्सर वैज्ञानिकों के द्वारा साक्ष्य जुटाने के लिए यहां पर खुदाई की जाती है।

आपको बता दें कि हस्तिनापुर
कस्बे से पांडव टीले पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम के द्वारा किया जा रहा है उत्खनन में एक आश्चर्यजनक चीज प्राप्त हुई है। यहां किए जा रहे हैं खुदाई में 2300 साल पुराने अवशेष मिले हैं।

खुदाई के दौरान मिले अवशेषों के आधार पर पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का मानना है कि यह अवशेष मौर्य काल के हैं। जिसमें प्राचीन ईटों की दीवार, कांच के मनके, तांबे के सिक्के आदि सैकड़ों प्राचीन अवशेष प्राप्त हुए हैं। जिन्हें कार्बन डेटिंग के लिए सुरक्षित रख लिया गया है। इनका वैज्ञानिकों के द्वारा पता लगाया जाएगा कि यह अवशेष मौर्य काल के है या फिर पांडव के समय के।