रामनवमी के पूर्व संध्या पर श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय ने मंदिर निर्माण को लेकर एक बहुत बड़ी खबर दी है। चंपत राय ने जानकारी दिया कि अगले साल दिसंबर तक राम मंदिर निर्माण का कार्य पूरा करने का कोशिश किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि बहुत जल्द गर्भ गृह का निर्माण हो जाए और उसमें हम भगवान राम को स्थापित कर दे। उन्होंने कहा कि अगले दिसंबर का अर्थ
होता है, सूर्य जब उत्तरायण में आएंगे।

उन्होंने कहा कि साल 2024 में चुनाव होने वाले हैं जिसके कारण आचार संहिता लग जाएगी। इसलिए हम कार्य जल्दी में कराएंगे और साल 2023 के दिसंबर तक मंदिर निर्माण हो जाए इसका पूरा प्रयत्न करेंगे।

चर्चा के विषय श्री राम की ऐतिहासिकता : वैज्ञानिक तथ्य पर चंपत राय ने कहा कि 2014 के पहले भारत सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में शपथ पत्र दिया था कि राम कभी हुए ही नहीं, यह महज कल्पना है। उन्होंने कहा कि 3 या 4 दिन में ही भारत सरकार ने अपना शपथ पत्र वापस ले लिया था।

इससे पहले विषय पर चर्चा के दौरान कई किताबों के जरिए भगवान राम की ऐतिहासिकता सिद्ध कर चुके भारत ज्ञान के संस्थापक डीके हरी और डीके हेमा हरि ने आनलाइन जुड़कर बताया कि तुर्की, ईराक और रोम तक भी भगवान राम और हनुमान जैसे चित्र मिलते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और श्रीलंका में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भगवान राम को मानते हैं लोग।

बताने की चंपत राय ने भगवान राम से जुड़ी कई तरह की बातों को बताया। उन्होंने कहा कि भगवान राम और माता सीता से जुड़ी कई तरह के साक्ष्य उपलब्ध है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी जानकारी दिया कि राम मंदिर की भव्यता से निर्माण होगी और इसमें किसी भी तरह की कमी नहीं की जाएगी।