एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य है जहां पांच एक्सप्रेसवे बन गया है। उत्तर प्रदेश भारत में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बना है।
कोविड के बावजूद, परियोजना को 28 महीने के अंदर के समय सीमा से पहले पूरा कर लिया गया है। फोर-लेन एक्सप्रेसवे भविष्य में छह-लेन के लिए विस्तार योग्य है। आपको बता दें कि नहीं एक्सप्रेस है कि और खासियत यह है कि इटावा के पास परिचालन लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे से जोड़ देगा।
और इसलिए दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ लखनऊ से बुंदेलखंड सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री जालौन जिले के गांव कठेरी में एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 फरवरी, 2020 को चित्रकूट जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे विकास की रफ्तार में पंख लगाएगा और उद्योग में भी बढ़ोतरी होगी।
उद्यमी इस क्षेत्र में निवेश करने के लिए उत्सुक थे। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद यह क्षेत्र राज्य की राजधानी लखनऊ और देश की राजधानी दिल्ली से जुड़ जाएगा। आपको बता दें कि इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण में एक लाख से अधिक लोग शरीक होंगे। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 जुलाई को उम्मीद है कि इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करेंगे और इस एक्सप्रेस वे का उद्घाटन होने से बुंदेलखंड कई जिलों से सीधे तौर पर जुड़ जाएगा। इससे उत्तर प्रदेश के विकास को पांचो लगेंगे हिसार के साथ युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।