कोविड-19 आने से पहले हमारे देश में सीनियर सिटीजन यानी 60 साल से अधिक आयु के रेल टिकट पर छूट दी जाती थी लेकिन कोविड-19 आने के बाद यह छूट खत्म कर दी गई.
बता दें कि कोरोनावायरस के आगमन के बाद से देश में ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया लेकिन कोविड-19 खत्म होने के बाद फिर से ट्रेन शुरू हो गए. लोगों को उम्मीद था कि रेलवे फिर से पहले वाली सारी सेवा बहाल कर देगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
काफी लंबे समय से रेलवे के द्वारा सीनियर सिटीजन को छोड़ देने की बात कही जा रही थी लेकिन आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुलकर कह दिया है कि अब सीनियर सिटीजन को किसी भी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी.
रेल मंत्री का कहना है कि सीनियर सिटीजन को मिलने वाली छूट के कारण रेलवे के खजाने पर अधिक बोझ पड़ रहा है इसलिए रेलवे में सीनियर सिटीजन को छूट देने का फैसला अब खत्म कर दिया है और रेलवे ने फैसला लिया है कि सीनियर सिटीजन को किसी भी तरह की छूट नहीं दी जाएगी.
रेलवे के द्वारा मात्र छात्रों को और साथ ही साथ कुछ वर्ग के लोगों जैसे मरीज अपाहिज इन लोगों को ही छूट दी जाएगी बाकी अन्य किसी तरह की छूट रेलवे मान्य नहीं करेगा क्योंकि इससे अधिक आती है. आपको बता दें कि रेलवे के इस फैसले के बाद कई लोगों में गुस्सा देखने को मिला वहीं दूसरी तरफ सीनियर सिटीजन को छूट नहीं मिलने से सीनियर सिटीजन में मायूसी देखने को मिल रही है.