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UP ही नहीं बिहार के भी कई जिलों को होगा काशी कोलकाता एक्सप्रेस वे से फायदा,यूपी से कोलकाता की दूरी हो जाएगी कम,जाने विस्तार से

काशी को कोलकाता से जोड़ने के लिए एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। काशी को कोलकाता से जोड़ने के लिए ब्रेसलेट निर्माण की कवायद शुरू कर दी गई है और उम्मीद है कि बहुत ही जल्दी यह एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो जाएगा।

वाराणसी-चंदौली सीमा पर रिंग रोड-2 के पैकेज-2 से यह परियोजना लिंक होगी और पूर्वांचल से कोलकाता के जुड़ाव को और मजबूत करेगी। आपको बता दें कि इस एक्सप्रेस-वे के बनने से व्यापार के साथ-साथ लोगों की यात्रा भी काफी सुविधाजनक हो जाएगी।

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बता दें कि इसके साथ ही साथ इस परियोजना को रामनगर में बने मल्टी मॉडल टर्मिनल से जोड़ने के लिए भी सर्वे का काम शुरू हो गया है। आपको बता दें कि भारतमाला परियोजना के अंतर्गत जलमार्ग के साथ-साथ कोलकाता और काशी सड़क मार्ग से भी जोड़ा जाएगा।

वाराणसी और चंदौली के गांवों में जमीन चिह्नित-

सड़क परिवहन मंत्रालय के द्वारा इस योजना के डीपीआर तैयार कर ली गई है। इसमें रूट तय होने के बाद अब 575 किमी लंबी इस परियोजना की लागत के लिए सर्वे कराया जा रहा है।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सर्वे में वाराणसी और चंदौली के करीब तीन दर्जन गांवों में जमीन चिह्नित की गई है।इसके Expressway बन जाने से वाराणसी होते हुए बिहार, झारखंड और बंगाल पहुंचना आसान हो जाएगा। काशी कोलकाता एक्सप्रेस वे चंदौली, भभुआ, सासाराम, औरंगाबाद, बोकारो, रांची, पुरुलिया का सीधा संपर्क हो जाएगा। इसके अलावा बिहार से होकर पटना, कोलकाता और गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे भी प्रस्तावित है। आपको बता दें कि इस एक्सप्रेस वे से सिर्फ पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि बिहार के लोगों को भी काफी ज्यादा फायदा होने वाला है.

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