रूस यूक्रेन के बीच होने वाले युद्ध का असर पूरे विश्व पर देखने को मिलेगा और उसका पूरे विश्व पर नकारात्मक असर पड़ेगा। मूडीज का कहना है कि रूस यूक्रेन युद्ध के कारण कई तरह की सप्लाई चैन बाधित होगी जिसका सीधा असर देखने को मिलेगा। युद्ध के कारण अधिकतर देशों में महंगाई बढ़ेगी।
दूसरी तरफ युद्ध की वजह से स्टील, कोल, कॉपर, एल्युमीनियम जैसी धातुओं की कीमतें बढ़ने लगी हैं। इसके कारण मैनु फैक्चरिंग की लागत भी तेजी से बढ़ेगी और ऐसी फ्रीज जैसे कई तरह के सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी होगी।
कॉपर, निकेल, एल्युमीनियम जैसे धातुओं के अंतरराष्ट्रीय दाम में युद्ध के बाद से रोजाना स्तर पर बढ़ोतरी हो रही है। कच्चे तेल की कीमतों में भी तेजी देखने को मिल रही है। पिछले सप्ताह से गेहूं के भाव में भी तेजी आ गई है।
विशेषज्ञों के मुताबिक कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 10 डॉलर बढ़ने पर भारत की खुदरा महंगाई दर में 25 आधार अंक तक का इजाफा हो सकता है।
रूस की हिस्सेदारी इन चीजों में निम्न है –
ऑयल :12 फीसद
प्रॉकृतिक गैस:17 फीसद
कोयला:5.2 फीसद
कॉपर:4.3 फीसद
एल्युमीनियम:6.1 फीसद
निकेल:6.1 फीसद
जिंक : 1.5 फीसद
गोल्ड : 9.5 फीसद
चांदी: 5.4 फीसद
प्लेटनियम : 14 फीसद