उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल में लगातार कार्य कर रहे हैं और वह भ्रष्टाचार रोकने के लिए लगातार प्रयत्न कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार रोकने के लिए अफसरों को भी आदेश दिए हैं और उन्होंने कहा है कि हर हाल में रोजाना जनसुनवाई करें और आम जनता की परेशानियों को सुनें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलों में पुलिस अधीक्षक, डीएम, एडीएस, एसडीएम आदि के द्वारा जनशिकायतों के प्रति लापरवाही पूर्ण रवैया अपनाए जाने को गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने अफसरों को कड़े निर्देश दिया है कि वह समस्याओं को गंभीरता से सुने और सही समय पर उनका निवारण करें नहीं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सीयूजी नंबर वे खुद ही उठाएं ताकि पीड़ित लोगों का जल्द से जल्द न्याय मिल सके।
पिछले पांच सालों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनशिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित निस्तारण शीर्ष प्राथमिकता में रखा है। पिछले 5 सालों से देखा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में शिकायतों का खुद समीक्षा करते हैं और जनता की परेशानियों को दूर करने का प्रयास करते हैं।
सरकार ने निर्देश दिया है कि हर जिले में जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व पुलिस अधीक्षक, पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस आयुक्त अपने कार्यालय में समस्त कार्यदिवसों में सुबह 10 से 11 बजे तक जनसुनवाई करें और वहीं पर समस्याओं का निस्तारण करें।
यदि जनसुनवाई में अधिकारियों की अनुपस्थिति आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन पर प्राप्त जनशिकायतों का गुणवत्तापूर्ण एवं त्वरित निस्तारण नहीं होता है तो जिलास्तरीय अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार की समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए और भ्रष्टाचार को रोकने का पूर्ण प्रयत्न किया जाए। अफसर जनता की बात सुने और उनके समस्याओं का निवारण करें नहीं तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।