अब लखनऊ यूनिवर्सिटी एक डिजिटल यूनिवर्सिटी बनने की तरफ कदम बढ़ा दी है। नए सत्र के शुरुआत के साथ इसे डिजिटल यूनिवर्सिटी बना दिया जाएगा। अब गुणवत्ता युक्त शिक्षा आप घर बैठे प्राप्त कर पाएंगे। हाल ही में केंद्रीय बजट में इसकी घोषणा होने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय ने इसमे अपना योगदान देने की कवायद शुरू कर दी है।
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने वरिष्ठ शिक्षकों की बैठक कर इस संबंध में प्रस्ताव बनाने के लिए कहा था । शिक्षकों के द्वारा
डिजिटल यूनिवर्सिटी के लिए लवि के योगदान, ई-लैब, वर्चुअल लैब, ई-कंटेंट, वन टीवी वन चैनल से लेकर डिजिटल टीचर के संबंध में अपना प्रस्ताव और रिपोर्ट पेश कर दिया गया है।
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण सभी स्कूल कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद कर दिए गए थे।अधिक समय तक स्कूल कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद रहने के कारण शिक्षा व्यवस्था भी पटरी हो गई लेकिन एक बार फिर से इसे पटरी पर लाने के लिए शिक्षा विभाग कोशिश कर रहा है और इसी क्रम में लखनऊ यूनिवर्सिटी को डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाया जा रहा है।
कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय डिजिटल यूनिवर्सिटी के लिए किस प्रकार से सबसे पहले अपना योगदान दे सके, इस पर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि सभी वरिष्ठ शिक्षकों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई है और साथ ही साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की बात कही गई है।
लवि में बनेगी बौद्विक संपदा सेल –
कुलपति ने जानकारी दिया कि बहुत ही जल्द लखनऊ यूनिवर्सिटी में बौद्धिक संपदा सेल की स्थापना होगी। उन्होंने जानकारी दिया कि इसके माध्यम से हम यह देख पाएंगे की वेबसाइट पर जो कांटेक्ट छात्र छात्राओं के लिए दिया गया है, वह स्टूडेंट्स के लिए कितना लाभकारी है?