अक्सर ऐसा देखा जाता है कि मई जून के महीने में आत्महत्या जैसी समस्याएं काफी ज्यादा बढ़ जाती। एक तो गर्मी का असर दूसरे इन महीनों में कई परीक्षाओं के परिणाम आते हैं,इन एग्जाम में फेल होने वाले युवा सुसाइड कर लेते हैं।
इस प्रवृत्ति से निपटने के लिए यूपी की CM योगी आदित्यनाथ सरकार खास अभियान चलाने जा रही है।आंकड़ों की माने तो 2020 में कानपुर में आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले मिले है।
यहां आत्महत्या करने वालों की संख्या 417 रही। इस मामले की बात करे तो लखनऊ 2nd नंबर पर रहा है । यहां यह नंबर 383 मामले सामने आए। 115 मामलों के साथ आगरा 3rd नंबर पर रहा है ।
पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज आंकड़ों के अनुसार पिछले 5 सालों में देश में सुसाइड करने की प्रवृत्ति बढ़ गई है।साल 2019 में 139123 के मुकाबले 2020 में 153052 लोगों ने आत्महत्या किया है।
मानसिक स्वास्थ्य पर बढ़ते दबाब और आत्महत्या के आंकड़ों को लेकर सरकार चिंतित है। इससे बचाव के लिए मानसिक स्वास्थ्य संस्थान आगरा के निदेशक की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।
लोगों और खासकर के युवावों के बीच बढ़ती आत्महत्या की मानसिकता को हेल्पलाइन के जरिए रोकने के साथ ही उन्हें जीने के लिए प्रेरित किया जाएगा।यह सरकार की एक अनोखी पहल है।