उत्तर प्रदेश का सोहगीबरवा वन्य जीव अभयारण्य को अब बुहुत ही जल्द उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल बनाया जायेगा।हिमालय की तलहटी से 400 km के क्षेत्र में फैले सोहगीबरवा वन्य जीव अभयारण्य में पर्यटको की आवक को बढ़ाने के लिए और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन विभाग ने तैयारी कर ली है।
Covid-19 का सबसे ज्यादा असर पर्यटन पर पड़ा है।पर्यटन विभाग को covid के कारण काफ़ी ज्यादा घाटा लगा है। लेकिन अब पर्यटन विभाग घाटे को सुधारा जायेगा।
इको टूरिज्म के जरिये देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए पर्यटन विभाग ने वन विभाग के सहयोग से साढ़े आठ करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है।
इस प्रस्ताव को कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज तैयार कर दिया गया है।शासन के द्वारा स्वीकृति मिलते ही इस प्रस्ताव पर कार्य शुरू कर दिया जायेगा।
यह कार्य होंगे
प्रस्ताव के मुताबिक प्रस्तावित धनराशि से अभयारण्य में पर्यटकों के ठहराव के लिए उन विश्रामगृह बनाया जाएगा।जो भी विश्रामगृह पुराने और जर्जर हो गए हैं और इनसबको आधुनिक सेवाओं से युक्त कर दिया जाएगा और फिर से इसे अच्छा किया जाएगा।
बता दे की सोहगीबरवा के अलग-2 रेंज में ऐसे सुरक्षित स्पाट विकसित किए जाएंगे, जहां से पर्यटक जानवरों के साथ-साथ सुंदर और मनमोहक प्राकृतिक दृश्य का अवलोकन कर सकेंगे। आपको बता दें कि पर्यटन विभाग आप अधिक से अधिक पैसे पर्यटन के माध्यम से कमाने के बारे में सोच रहा है इसके लिए पर्यटन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। यूपी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं ।